हम सभी धोखे में हैं इस संसार की उत्पतिऔर कैसे कर हुई, आज तक इस पर वैज्ञानिकों के द्वारा शोध जारी है। अनुमानतः यह माना जाता है कि लगभग साढ़े चार अरब वर्ष पूर्व पृथ्वी अस्तित्व में आई जो आज तक है। यह प्रत्यक्ष बात है। ज्योतिष शास्त्र और विज्ञान के अनुसार अनंत है यह ब्रह्मांड। इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। इस ब्रह्मांड की रचना किसने की यह एक बहुत बड़ा सवाल है। प्रकृति की या ईश्वर की यह भी एक सवाल है। विज्ञान आज तक उस सत्य तक नही पहुंच पाया है या जान पाया है जो दिव्य शाश्वत सत्य है। आगे जान पायेगा या नहीं यह कहना अत्यंत मुश्किल है। आजतक विज्ञान यह भी नहीं खोज पाया है कि पृथ्वी के अलावा किसी और ग्रह या नक्षत्र पर जीवन है या नहीं जिसे विज्ञान मैं आज तक नहीं जान पाया सिर्फ मान लिया है उसके बारे में देश-विदेश के अनेकानेक मनीषियों एवं संतों ने अपने अनुभव से यह कहते आए हैं कि एक ऐसी दिव्य शक्ति है जो इस सृष्टि के कण-कण में है, उसी शक्ति ने इस ब्रह्मांड की रचना की है जो शब्द ब्रह्म के रूप में पूरे ब्रह्मांड में कंपाय मान हैं। जो सभी जीवो के अंदर भी है।
पानी में मीन प्यासी (Paani me meen pyasi)
Brand :
Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Pages | 141 |
ISBN-10 | 9390889251 |
ISBN-13 | 978-9390889259 |
Edition | 1st |
Publishing Year | 2022 |
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Category: Stories
Author: Dr. Binod Kumar
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