Alganee Mein Tagee Dhoop (अलगनी में टँगी धूप)

275 248
Language Hindi
Binding Paperback
Pages 118
ISBN-10 9394369686
ISBN-13 978-9394369689
Book Dimensions 5.50 x 8.50 in
Edition 1st
Publishing Year 2022
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Author: Ramanuj Anuj

महान कृतिकार युग प्रवर्तक, युग पुरुष, युग द्रष्टा होते हैं। काल के अनगिनत अथाह सागर में जब वर्तमान अतीत को तलाशने निकलता है, तब युग का श्रेष्ठ पुरुष काल के अनन्त सागर में माणिक्य टापूओं की तरह अतीत के हर मोड़ पर उसका मार्ग रौशन करता है। वर्तमान के लिए दिशा और गति का निर्धारण करता है। आदरणीय रामानुज अनुज जी एक महान कृतिकार की तरह हर युग में सदैव जिंदा रहेंगे। हर युग में अमर रहेंगे। इनकी अनवरत सृजनशीलता में एक-एक ईंट को जोड़कर भव्य ईमारत की स्थापना हुई है। श्री रामानुज अनुज जी की कीर्ति वर्तमान परिदृश्य में युग के ऊंचे गुंबद पर प्रकाशमान है। एक कृतिकार न तो व्यक्ति का होता है, न ही एक निश्चित विचार-आयाम में स्थापित होता है और न ही देश काल की सीमा में बंधा होता है; वह अपनी कीर्ति और उदारता के माध्यम से इतना समृद्ध और लचीला हो जाता है कि इतिहास के हर सुनहरे पन्नों पर अलौकिक चमक संसार में बिखेरता है।

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