Kuchh Seepee Kuchh Shankh (कुछ सीपी कुछ शंख)

250 225
Language Hindi
Binding Paperback
Pages 132
ISBN-10 939436921X
ISBN-13 978-9394369214
Book Dimensions 5.50 x 8.50 in
Edition 1st
Publishing Year 2022
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Author: Ratnadeep Khare
गीत काव्य की मधुर मनोहर विधा है। ‘कुछ सीपी कुछ शंख’ ऐसे ही गीतों और ग़ज़लों का संग्रह है। इसके कवि-गीतकार रत्नदीप खरे चिन्तक हैं, सहृदय हैं, मानव आचार-विचार के अध्येता हैं। युगीन स्थिति के विश्लेषक रचनाकार हैं। सामाजिक विसंगतियों के प्रति क्षोभ एवं विद्रोह उनके गीतों में मुखर हुआ है। भारत भू एवं अपनी संस्कृति के प्रति गूढ़ प्रेम उनके अन्तर्तम् में विद्यमान है। इसीलिए विपरीत परिस्थिति में वे विचलित हो उठते हैं। गीतों में इसकी अभिव्यक्ति दृष्टिगोचर होती है। आदि कवि बाल्मीकि वीतराग महात्मा थे। क्रौंच वध पर क्रौंची का विलाप सुनकर उनका हृदय द्रवित हो गया और प्रथम कविता का जन्म हुआ। ‘मा निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शास्वतीः समाः यत्क्रौंचमिथुनादेकमवधीः काममोहितम्’ और यह मान्यता प्रतिष्ठित हुई कि करुण भाव ही कविता का जनक है।
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