मन का दर्पण : समलंकृत मुक्तक संग्रह मन का दर्पण समलंकृत मुक्तक संग्रह डॉ. ओम् जोशी का विशिष्ट पाँचवाँ समलंकृत मुक्तक संग्रह है। इस संग्रह में कुल तीन सौ एक समलंकृत मुक्तक संगृहीत हैं। इस मुक्तक संग्रह की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके प्रत्येक मुक्तक में एक से अधिक अलंकार स्वतः और अनायास प्रकट हैं, अवतरित हैं। केवल इतना ही नहीं, इस संग्रह विशेष के समस्त शीर्षक भी प्रायः उपमावाची हैं, अलंकारवाची हैं। इसमें भाषा भाव, रस, रीति और अलंकारों का ऐसा अभिनव, अनुपम ‘नवाचार’ है, समावेश है, जो अन्यत्र सुदुर्लभ है।
Man ka Darpan (Samalankrit Muktak) मन का दर्पण (समलंकृत मुक्तक)
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